

पद संभालते ही बोले नए डीजीपी, गौ रक्षा के नाम पर नहीं चलने देंगे गुंडागर्दी
गोरक्षा के नाम पर किसी को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं दिया जाएगा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 55वें डीजीपी का पदभार सम्भालते ही सुलखान सिंह ने साफ कर दिया है कि गो-रक्षा के नाम पर गुण्डागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि गो-रक्षा के नाम पर अब गुण्डागर्दी नहीं चलेगी। बांदा के रहने वाले सुलखान सिंह ने प्रदेश के 55वें डीजीपी का पदभार शनिवार को संभाल लिया है। डीजीपी के पद पर नियुक्त होने के बाद उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं गिनाई। प्रदेश की कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने की बात पर उन्होंने जवाब दिया पुलिस बिना किसी दबाव में आए निष्पक्ष कारवाई करेगी तो बाकी समस्याएं अपने आप ही हल हो जाएंगी। नए डीजीपी ने कहा, किसी को भी कानून हाथ में लेने की छूट नहीं होगी। जो कानून हाथ में लेगा, उससे सख्ती से निपटेंगे। पुलिस को वीक ऑफ मलिने के सवाल पर उन्होंने कहा, स्वास्थ्य के लिए विश्राम मिलना चाहिए तो जरूरी है कि साप्ताहिक अवकाश मिले। उम्मीद है कि इससे प्रदर्शन में सुधार मिलेगी। नाइट शिफ्ट के बाद भी रेस्ट मिलना चाहिए।
डीजीपी ने कहा सौ फीसदी एफआईआर सुनिश्चित करनी है। हमने ट्रेनिंग में एटीट्यूडनल चेंज को शामिल किया है ताकि व्यवहार सुधारकर जनता का दिल जीत सकें। उन्होंने कहा कि गोरक्षा के नाम पर किसी को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यही बात छेड़छाड़ के मामले में भी लागू होगी। पुलिस सादी वर्दी में मनचलों पर नजर रखेगी।
नहीं गिरने देंगे पुलिस का मनोबल
डीजीपी ने कहा कि पुलिस का मनोबल सही रहे इस पर भी काम किया जाएगा। निचले स्तर से लेकर पुलिस अधिकारियों तक की तैनाती मेरिट के आधार पर होगी। अच्छा काम करने वाले पुलिस कर्मियों को इनाम मिलेगा और लापरवाह पुलिस कर्मियों को दंडित किया जाएगा। सरकार की प्राथमिकताओं को कैसे पूरा करेंगे इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं में समय निर्धारित कर कार्रवाई की जाएगी। एंटी रोमियो स्क्वॉयड को अभियान की तरह नहीं, बल्कि नियमित पुलिसिंग की तरह चलाया जाएगा।
इसके लिए स्क्वॉयड को ब्रीफिंग की जिम्मेदारी दी जाएगी। जहां तक वांछितों को गिरफ्तार करने की बात है तो अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी जाएगी और अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि कार्रवाई के नाम से किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा साथ ही बेगुनाहों को प्रताडि़त नहीं किया जाएगा।